AMAN AJ

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अंतरिक्ष युद्धम 2

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    उस छोटे से कमरे में पूरी तरह से सन्नाटा था। वहां एक छोटे बेड और कांच की खिड़की के अलावा और कुछ नहीं था। कमरा दिखने में एक कैबिन जैसा प्रतीत हो रहा था। लगभग वैसा जैसा स्पेस शटल में होता है। छत पर एक हल्के नीले रंग का बल्ब था जो खिड़की से आने वाली रोशनी के बाद दूसरा ऐसा साधन था जो कमरे को रौशन कर रहा था। मिशा खिड़की के सामने खड़ी होकर बाहर का नजारा देख रही थी। आज जाने अनजाने उसे इसरो से बुलावा आ ही गया था। हालांकि वह पेशे से एक जासूस थी और उसका इरादा स्पेस एजेंसी में काम करने का बिल्कुल नहीं था, पर उसकी दिली ख्वाहिश थी कि वह एक बार इसरो का भ्रमण जरूर करें।

    मिशा का जासूसी जीवन कुछ खास नहीं था। शुरुआत में उसने काफी सारे अपराधियों को पकड़ा पर जैसे-जैसे भारत तकनीकी क्षेत्र में आगे निकलता गया वैसे वैसे अपराधिक गतिविधियां कम होती गयीं। अब इक्के दुक्के केस ही थे जो सामने आते थे, और उनका काम भी बाकी एजेंट के हाथों चला जाता था। थक हार कर मिशा के पास बचता था एक लंबा बोरिंग सा ना निकलने वाला टाइम। इसलिए उसने अपने जासूसी हुनर के साथ-साथ घूमने फिरने की हॉबी को भी अपना पेशा बना लिया। इससे दोनों ही काम हो जाते थे। अगर उसके शहर में कोई अपराधी होता था तो वह पकड़ा जाता था और अगर कोई घूमने की जगह होती तो वह भी घूम ली जाती।

    मिशा का एक बॉयफ्रेंड भी था 'राहुल'। वह उसके साथ उसी की एजेंसी में सर्चिंग डिपार्टमेंट के पोस्ट पर काम करता था। यह एक ऐसी पोस्ट थी जिसमें फील्ड पर काम करने वाले एजेंट को लगातार डायरेक्शन दी जाती थी। इसी दौरान मिशा और राहुल की दोस्ती हो गई। लंबे समय तक ईअर पीस से कांटेक्ट में रहने के कारण जल्द ही उनकी यह दोस्ती प्यार में बदल गई। ‌ हालांकि मिशा छह महीने तक यह भी नहीं जानती थी कि राहुल कैसा दिखता है? वह बस उससे बातें करती थी जिससे उसे राहुल का नेचर अच्छा लगा। फिर जब दोनों की मुलाकात हुई तो उसे राहुल की शक्ल भी पसंद आ गई। राहुल दिखने में ठीक ठाक था। उसे ज्यादा हैंडसम तो नहीं कहा जा सकता था पर वह इतना बुरा भी नहीं था कि कोई लड़की उसे पसंद ना करे। मिशा भी कुछ इसी तरह की थी, पर लड़की होने की कारण उसे ज्यादा नंबर मिलते थे। वह सुंदर थी, जवान थी और सब्स बड़ी बात वह एक जासूस थी। इसकी कल्पना करना भी अपने आप में कितना रोमांचक हैं कि बआपकी गर्लफ्रेंड या आपकी पत्नी एक हाई लेवल की जासूस है। लाइफ में तो एंटरटेनमेंट की कभी कमी ही ना हो। दोनों ने जल्द ही शादी करने का फैसला किया,जो शायद आने वाले तीन चार महीनों में होने वाली थी।

    जल्द ही उसके कमरे में एक अधेड़ उम्र के 55 वर्षीय व्यक्ति ने दस्तक दी। अंदर दस्तक देते हुए ही उस अधेड़ उम्र के व्यक्ति ने मिशा को संबोधित किया। "हां, तो मिस मिशा, कैसी हैं आप?? आशा करता हूं यहां तक आने में आपको किसी तरह की दिक्कत नहीं हुई होंगी।"

    मिशा ने घूम कर उनकी तरफ़ देखा। उनका ड्रेसिंग सेंस देख कर लग रहा था जैसे वो किसी बड़े ओहदे पर काम कर रहे थे। उनके चेहरे पर हल्की मुस्कान दिखाई दे रहीं थी। आंखों में एक अलग ही चमक थी। मिशा ने आगे बढ़कर हाथ मिलाया "नहीं नहीं सर! यहां आने में किसी तरह की समस्या नहीं हुई। बल्कि मुझे तो बहुत खुशी हो रही है। आखिरकार काफी समय बाद मुझे घूमने का अवसर जो मिला।"

    सामने से आदमी ने अपनी मुस्कान रोक ली और चेहरे को प्रभावी बनाते हुए कहा "बहुत लाजवाब! मेरा नाम मिस्टर रावत है और मैं यहां का स्टाफ मैनेजर हूं। जब तक तुम यहां हो मेरे साथ ही रहोगी, मेरी निगरानी और मेरी सुपरवाइजिगं में। जल्दी तुम्हारे कमरे में नाश्ता आ जाएगा जिसके बाद हम आगे की बात करते हैं।" मिस्टर रावत ने विनम्र शब्दों में कहा।

    बातों से लग रहा था की यहां उनकी अच्छी खासी चलती है। स्टाफ मैनेजर होने के कारण कौन से आदमी को कहां रखना है और कौन से आदमी को कौन सा काम देना है यह निर्णय लेना उन्हीं का काम था और उस काम का रौब उनके चेहरे पर साफ दिखता था।

    मिशा ने मिस्टर रावत की बात सुनकर हामी भर दी "जी अंकल!" इसके बाद मिस्टर रावत मुड़े और वापस बाहर की तरफ चले गए। मिशा ने भी मुड़ कर अपना ध्यान उसी तरफ कर लिया जहां वह पहले देख रही थी। उसी खिड़की की ओर जो उसे बाहर के परिदृश्य दिखा रही थी।

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5 Comments

Fiza Tanvi

20-Nov-2021 01:03 PM

Good

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Angela

31-Aug-2021 10:51 AM

Superb! Nice articulation

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Miss Lipsa

30-Aug-2021 08:44 AM

Areee waaah waah..!!

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